सुपर कॉरिडोर पर टीसीएस के कैंपस के सामने आईडीए 75 करोड़ रुपए का कॉर्पोरेट टावर बनाएगा। आकलन है कि इसके बनने के बाद वर्ष 2024 तक यहां 100 से ज्यादा नई कॉर्पोरेट कंपनियां आएंगी। कॉरिडोर पर अब तक करीब 2200 करोड़ रुपए का निवेश हो चुका है। आईडीए पहले यहां 300 करोड़ में रेसीडेंशियल बिल्डिंग बनाने वाला था, जिसे कैंसल कर दिया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) की तर्ज पर सुपर कॉरिडोर पर सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) बनाने की घोषणा की है। मुंबई महानगर रीजनल डेवलपमेंट अथॉरिटी के जॉइंट प्रोजेक्ट डायरेक्टर हेड शंकर देशपांडे कहते हैं कि 300 एकड़ से ज्यादा में बीकेसी में दुनियाभर की बैंकिंग, फाइनेंस, कॉर्पोरेट सेक्टर की दो हजार से ज्यादा कंपनियां हैं। अब वहां जगह नहीं बची है। वहां 3000 से 5000 रुपए वर्गफीट में भी किराए के ऑफिस नहीं मिल रहे। एक इमारत में 100 कंपनियां हैं। इसलिए इन कंपनियों के लिए इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर संभावना बन रही हैं।
एयरपोर्ट रोड से धार रोड को जोड़ने के लिए नई सड़क
इंदौर का सुपर कॉरिडोर अब नौ के बजाय 11 किलोमीटर लंबा होगा। एयरपोर्ट रोड से धार रोड को जोड़ने के लिए 75 मीटर चौड़ी नई सड़क बन रही है, जिसकी लंबाई दो किमी है। इस रोड के बनने के बाद सुपर कॉरिडोर एयरपोर्ट होते हुए सीधे धार रोड यानी अहमदाबाद नेशनल हाईवे से जुड़ जाएगा।